सहारा इंडिया परिवार, जो भारत की एक प्रमुख वित्तीय और व्यापारिक समूह है, ने लाखों निवेशकों के साथ लंबे समय से जुड़े रहने का इतिहास रचा है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में, सहारा ग्रुप की सहकारी समितियों में जमा किए गए पैसे की वापसी को लेकर विवाद और कानूनी लड़ाइयां चली हैं। अब अच्छी खबर यह है कि सहारा इंडिया परिवार का पैसा वापस आना शुरू हो गया है। केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए CRCS-Sahara Refund Portal के माध्यम से लाखों निवेशकों को उनका पैसा वापस मिल रहा है। इस आर्टिकल में हम आपको सहारा इंडिया रिफंड प्रक्रिया की संपूर्ण जानकारी विस्तार से बताएंगे, ताकि आप आसानी से अपना क्लेम कर सकें और अपना पैसा प्राप्त कर सकें।
यह आर्टिकल सरल भाषा में लिखा गया है, ताकि हर कोई इसे समझ सके। हम सटीक और अपडेटेड जानकारी पर आधारित हैं, जो आधिकारिक स्रोतों से ली गई है। यदि आप सहारा इंडिया में निवेशक हैं और अपना पैसा वापस पाना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। हम यहां इतिहास, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज, स्टेटस चेक करने का तरीका और FAQs जैसी सभी महत्वपूर्ण जानकारियां कवर करेंगे। आइए, विस्तार से समझते हैं।
सहारा इंडिया परिवार का इतिहास और रिफंड मुद्दे की पृष्ठभूमि
सहारा इंडिया परिवार की स्थापना 1978 में सुब्रत रॉय द्वारा की गई थी। यह ग्रुप रियल एस्टेट, फाइनेंस, मीडिया, हॉस्पिटैलिटी और अन्य क्षेत्रों में सक्रिय रहा है। सहारा की सहकारी समितियों जैसे सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड, हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड में लाखों लोगों ने अपना पैसा जमा किया था। ये समितियां मुख्य रूप से लखनऊ, भोपाल, कोलकाता और हैदराबाद में स्थित हैं।
लेकिन 2012 में, सेबी (SEBI – Securities and Exchange Board of India) ने सहारा ग्रुप पर अनियमितताओं का आरोप लगाया और कहा कि ग्रुप ने अवैध रूप से निवेशकों से पैसा जुटाया है। सुप्रीम कोर्ट ने 2012 में सहारा को निर्देश दिया कि वह निवेशकों को 24,000 करोड़ रुपये वापस करे। इसके बाद लंबी कानूनी प्रक्रिया चली, जिसमें सहारा के संस्थापक सुब्रत रॉय को जेल भी जाना पड़ा।
2023 में, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सरकार ने CRCS-Sahara Refund Portal लॉन्च किया, जो केंद्रीय सहकारी समिति रजिस्ट्रार (Central Registrar of Cooperative Societies) द्वारा संचालित है। इस पोर्टल का उद्देश्य असली निवेशकों को उनका पैसा वापस करना है। पोर्टल 18 जुलाई 2023 को शुरू हुआ और अब तक यह प्रक्रिया जारी है। यह पूरी तरह डिजिटल और पेपरलेस है, जो निवेशकों के लिए सुविधाजनक है।
सहारा इंडिया रिफंड की वर्तमान स्थिति (अगस्त 2025 तक अपडेट)
अगस्त 2025 तक, सहारा रिफंड प्रक्रिया में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। सरकार ने घोषणा की है कि 23 जुलाई 2025 तक, 27,33,520 निवेशकों को 5,139.23 करोड़ रुपये वापस किए जा चुके हैं। कुल 1,35,34,410 क्लेम प्राप्त हुए हैं, और 523.72 करोड़ रुपये अभी वितरण के लिए उपलब्ध हैं। फरवरी 2025 तक, 12,97,111 निवेशकों को 2,314.20 करोड़ रुपये दिए गए थे, जो दिखाता है कि प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने रिफंड की समय सीमा को 31 दिसंबर 2025 तक बढ़ा दिया है। शुरू में रिफंड की ऊपरी सीमा 10,000 रुपये थी, लेकिन सितंबर 2024 में इसे 50,000 रुपये कर दिया गया। अब कुछ स्रोतों के अनुसार, क्लेम 5,00,000 रुपये तक स्वीकार किए जा रहे हैं। यदि आपका क्लेम इससे अधिक है, तो इसे चरणबद्ध तरीके से प्रोसेस किया जा सकता है।
जुलाई 2025 में, सरकार ने बताया कि रिफंड प्रक्रिया जारी रहेगी और अधिक निवेशकों को लाभ मिलेगा। यदि आपका क्लेम रिजेक्ट हो गया है, तो री-सबमिशन पोर्टल के माध्यम से दोबारा आवेदन कर सकते हैं। यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है और कोई शुल्क नहीं लगता।
सहारा इंडिया रिफंड के लिए पात्रता मानदंड
सहारा रिफंड प्राप्त करने के लिए आपको निम्नलिखित शर्तें पूरी करनी होंगी:
- समितियों में निवेश: आपने चार सहकारी समितियों में से किसी में पैसा जमा किया हो – सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड (लखनऊ), सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड (भोपाल), हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड (कोलकाता), या स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड (हैदराबाद)।
- जमा की तारीख: पैसा निर्दिष्ट कट-ऑफ डेट से पहले जमा किया गया हो। उदाहरण के लिए, सहारा क्रेडिट सोसाइटी के लिए 31 मार्च 2012 से पहले।
- आधार और बैंक लिंक: आपका आधार कार्ड मोबाइल नंबर से लिंक होना चाहिए, और बैंक अकाउंट आधार से जुड़ा हो।
- असली निवेशक: केवल असली निवेशक ही क्लेम कर सकते हैं। कोई फर्जी क्लेम स्वीकार नहीं किया जाएगा।
- क्लेम राशि: वर्तमान में 50,000 रुपये तक के क्लेम प्राथमिकता से प्रोसेस हो रहे हैं, लेकिन अधिक राशि के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।
यदि आप इन मानदंडों को पूरा करते हैं, तो आप पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं।
सहारा इंडिया रिफंड आवेदन प्रक्रिया: स्टेप बाय स्टेप गाइड
सहारा रिफंड प्राप्त करने की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है। यहां हम आपको स्टेप बाय स्टेप बताते हैं:
स्टेप 1: रजिस्ट्रेशन
- CRCS-Sahara Refund Portal पर जाएं।
- ‘Depositor Registration’ पर क्लिक करें।
- आधार के अंतिम 4 अंक, आधार से लिंक मोबाइल नंबर और कैप्चा डालें।
- ‘Get OTP’ पर क्लिक करें और OTP वेरीफाई करें। रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाएगा।
स्टेप 2: लॉगिन
- ‘Depositor Login’ पर क्लिक करें।
- आधार के अंतिम 4 अंक और मोबाइल नंबर डालें।
- OTP प्राप्त करें और वेरीफाई करें।
स्टेप 3: क्लेम डिटेल्स भरें
- सदस्यता/खाता संख्या, आधार डिटेल्स और जमा की जानकारी भरें।
- यदि राशि 50,000 रुपये से अधिक है, तो PAN नंबर डालें।
स्टेप 4: क्लेम फॉर्म जेनरेट करें
- ‘Generate Claim Request Form’ पर क्लिक करें।
- फॉर्म डाउनलोड करें, प्रिंट करें, फोटो चिपकाएं, साइन करें।
स्टेप 5: दस्तावेज अपलोड करें
- भरा हुआ फॉर्म स्कैन करें और अपलोड करें।
- अन्य दस्तावेज जैसे जमा प्रमाण पत्र, पासबुक आदि अपलोड करें।
- सबमिट करें। आपको एक एकनॉलेजमेंट नंबर मिलेगा और SMS आएगा।
स्टेप 6: प्रोसेसिंग और रिफंड
- क्लेम सबमिट करने के 30 दिनों में वेरीफिकेशन होगा।
- अगले 15 दिनों में निर्णय आएगा (कुल 45 दिन)।
- अप्रूव होने पर पैसा आधार लिंक बैंक अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएगा।
यदि क्लेम रिजेक्ट होता है, तो री-सबमिशन पोर्टल पर दोबारा अप्लाई करें। री-सबमिशन में 45 कार्य दिवसों में प्रोसेस होता है।
आवश्यक दस्तावेज
सहारा रिफंड क्लेम के लिए निम्न दस्तावेज जरूरी हैं:
- आधार कार्ड (मोबाइल से लिंक)
- PAN कार्ड (50,000 रुपये से अधिक क्लेम के लिए)
- जमा प्रमाण पत्र, रसीद या सर्टिफिकेट
- पासबुक या अकाउंट स्टेटमेंट
- बैंक पासबुक (आधार से लिंक)
- हाल की फोटो (फॉर्म पर चिपकाने के लिए)
सभी दस्तावेज स्पष्ट और वैध होने चाहिए।
सहारा रिफंड स्टेटस कैसे चेक करें
- पोर्टल पर लॉगिन करें।
- ‘Check Refund Status’ विकल्प चुनें।
- एकनॉलेजमेंट नंबर या आधार डिटेल्स डालें।
- स्टेटस दिखाई देगा। आप SMS या ईमेल से भी अपडेट पा सकते हैं।
यदि 45 दिनों के बाद कोई अपडेट नहीं, तो सहारा की संबंधित ब्रांच से संपर्क करें।
सहारा इंडिया रिफंड से जुड़े सामान्य प्रश्न (FAQs)
1. सहारा रिफंड कब तक मिलेगा?
क्लेम सबमिट करने के 45 दिनों में। समय सीमा 31 दिसंबर 2025 तक है।
2. यदि क्लेम रिजेक्ट हो जाए तो क्या करें?
री-सबमिशन पोर्टल पर दोबारा अप्लाई करें। दस्तावेज सही रखें।
3. क्या कोई शुल्क लगता है?
नहीं, प्रक्रिया मुफ्त है।
4. अधिक राशि का क्लेम कैसे करें?
चरणबद्ध तरीके से, पहले 50,000 रुपये तक, फिर बाकी।
5. हेल्पलाइन नंबर क्या है?
आधिकारिक पोर्टल पर संपर्क डिटेल्स देखें या PIB वेबसाइट चेक करें।
6. क्या ब्याज मिलेगा?
हां, मूल राशि के साथ ब्याज मिल सकता है, लेकिन यह क्लेम पर निर्भर करता है।
7. यदि मोबाइल नंबर बदल गया हो तो?
आधार से लिंक नया नंबर अपडेट करें।
8. क्या ऑफलाइन आवेदन संभव है?
नहीं, केवल ऑनलाइन।
9. सहारा रिफंड लिस्ट 2025 कहां देखें?
आधिकारिक पोर्टल या समाचार स्रोतों पर अपडेट चेक करें।
10. फ्रॉड से कैसे बचें?
केवल आधिकारिक पोर्टल का उपयोग करें। OTP या डिटेल्स किसी से शेयर न करें।
निष्कर्ष: अपना पैसा वापस पाएं, सतर्क रहें
सहारा इंडिया परिवार का पैसा वापस आना शुरू हो चुका है, और CRCS पोर्टल के माध्यम से लाखों निवेशकों को राहत मिल रही है। यदि आप पात्र हैं, तो तुरंत आवेदन करें। यह प्रक्रिया सरकारी है, इसलिए विश्वसनीय है। लेकिन फ्रॉड से सावधान रहें – कोई एजेंट या थर्ड पार्टी न चुनें। अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट https://mocrefund.crcs.gov.in/ विजिट करें। यदि कोई समस्या हो, तो सहायता लें। उम्मीद है, यह आर्टिकल आपको सहारा रिफंड प्राप्त करने में मदद करेगा। यदि आपके कोई सवाल हैं, तो कमेंट करें।